बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का जीवन परिचय | The Lifestyle and Biography of Shahrukh khan
शाहरुख़ खान एक बॉलीवुड अभिनेता, निर्माता,और टेलीविजन कलाकार हैं। जिनको king khan, king of bollywood, के नाम से भी जाना जाता है अपनी पहचान और परिचय के लिए वे आज किसी के शब्दों के मोहताज नहीं हैं क्योंकि वे सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेशो में भी अपने अभिनय के लिए मशहूर हैं ।शाहरुख़ खान ने साल 1980 में टेलीविज़न से अपने career की शुरुवात की 1992 में उन्होंने अपनी फिल्म दीवाना से bollywood में एंट्री की और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा कामयाबी की एक-एक सीढ़ी चढ़ते हुए उन्होंने करीब 80 फिल्मो में काम किया। शाहरुख़ खान अभी तक 14 Filmfare Awards हासिल कर चुके हैं और इनके इस महान कार्य के लिए इनको साल 2005 में भारत के चौथे सबसे बड़े पुरुस्कार पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया। गौरतलब है की गैर फ़िल्मी परिवार से होने के बाद भी शाह रुख खान भारतीय सिनेमा जगत में अपनी एक अलग और बड़ी पहचान बनायीं साल 2015 में वेल्थ रिसर्च फर्म वैल्थ एक्स के अनुसार शाहरुख़ खान भारत के पहले और दुनिया के दुसरे नबर के सबसे अमीर अभिनेता थे। जबकि $1 billion की संपत्ति के साथ पहले नबर पर अमेरिका के Merv Griffin थे। लेकिन 2017 के आंकड़ो के अनुसार पहले नबर पर Merv Griffin दूसरे नबर पर अमेरिका के Jerry Seinfeld और तीसरे नबर पर भारत के shahrukh khan हैं शाहरुख़ खान अभी मुंबई में अपने परिवार के साथ रहते हैं।जहाँ उनकी पत्नी गौरी खान और तीन बच्चे आर्यन, सुहाना और अबराम भी उनके साथ रहते हैं।
शाह रुख खान का बैकग्राउंड
शाहरुख़ खान के माता-पिता पठान मूल के थे जो किस्सा कहानी बाज़ार अभी पेशावर पकिस्तान में है में रहते थे ।उनके पिता पेशावर से एक स्वतंत्रता सेनानी थे जो भारत पाकिस्तान विभाजन से पहले ही राजेंद्र नगर, दिल्ली आ गए थे और यहाँ एक किराये के अपार्टमेन्ट में रहते थे। उनके पिता की एक कैंटीन थी जहाँ से घर का खर्चा चलता था और एक middle class family की तरह उनका परिवार चलने लगा फिर 2 नवम्बर 1965 को शाहरुख़ खान का जन्म हुआ। तब उनके माता पिता को भी पता नहीं रहा होगा की ये बच्चा आगे चलकरअपने दम पर एक दिन सुपरस्टार बनेगा।
शाहरुख़ खान की शिक्षा
प्रारंभिक पढाई सेंट कोलंबिया स्कूल (दिल्ली) से संपन्न हुयी जहाँ वो पढाई के साथ-साथ खेल कूद में भी विशेष रूचि रखते थे ।और school में होने वाले हर कार्यक्रम में वे हिस्सा लेते थे और अभिनय करते थे ।जहाँ से उनके अंदर एक्टिंग करने की ललक पैदा हुयी उनको उनकी school life के दौरान कई सारे पुरुस्कारों से सम्मानित किया गया है दुर्भाग्यवश जब शाहरुख़ खान 16 साल के थे तब 1981 में कैंसर के कारण उनके पिता ताज मोहम्मद खान का देहांत हो गया और उनके उपर परिवार की जिम्मेदार भी आ गई ।लेकिन उनकी माँ ने उनकी पढाई में कोई कमी नहीं आने दी और शाहरुख़ ने भी हिम्मत रखते हुए अपनी पढाई के साथ-साथ एक्टिंग को भी बरक़रार रखा।
Graduation की पढाई करने के लिए उन्होंने 1985 में Hansraj collage दाखिला लिया और साथ ही theater action group भी join किया जहाँ और वहां उनको बैरी जॉन ने Acting की बारीकियां सिखाई। उनका ज्यादा समय theater में ही बीतता था लेकिन किसी तरह उन्होंने 1988 में अपनी graduation की पढाई पूरी करके economics की डिग्री प्राप्त की और उसके बाद post graduation करने के लिए उन्होंने Jamia Millia Islamia university में दाखिला लिया। मगर अब उनका मन पढाई में कम और एक्टिंग मे ज्यादा लगने लगा था ।जिसके चलते उनको वहा पढाई आधे में ही छोडनी पड़ी उनके पिता की मृत्यु के 9-10 साल बाद 1990 को उनकी माता का देहांत भी हो गया और शाहरुख़ खान अकेले पड़ गए न घर न माँ न बाप न पैसा।
प्रेम प्रसंग
यूँ तो शाहरुख़ खान के बहुत सारे fans हैं और बहुत साड़ी लड़कियां आज भी उनकी दीवानी हैं। लेकिन शाहरुख़ खान हमेशा से ही अपनी वाइफ गौरी खान के साथ वफादार रहे हैं उनकी love life की भी एक असाधारण कहानी है ।चलिए बताते हैं आपको उनकी love life कैसे ओरो से अलग है।
शाहरुख़ ने साल 1988 में अपने career की शुरुवात दूरदर्शन पर चल रहे serial फौजी से की जिसमें उन्होंने commando अभिमन्यु का रोल अदा किया था जिसकी लोगो ने काफी तारीफ की और इस वक्त उनका गौरी खान से भी प्रेम प्रसंग चल रहा था मगर सबसे बड़ी समस्या ये थी की शाहरुख़ खान न तो उस वक़्त well settle थे उपर से शाहरुख़ इस्लाम धर्म के और गौरी हिन्दू धर्म की और भारतीय समाज में तो हिन्दू अगर अपनी से छोटी जात में भी शादी कर ले तो नजाने लोग क्या क्या सवाल उठाने लगते हैं यहाँ तो मजहब ही अलग था जिसके लिए गौरी के परिवार वाले बिलकुल राज़ी नहीं थे ये सब ऐसे ही चलता रहा और साल 1989 में शाहरुख़ खान ने एक नए serial सर्कस में काम किया जिसमें सर्कस में काम करने वाले लोगो की ज़िन्दगी के बारे में बताया गया था इस धारावाहिक को अजीज मिर्जा ने निर्देशित किया था और इसी वर्ष उन्होंने “इन विच एनी गिव्स इट दोज़ वंस” जो की अरुंधती रॉय द्वारा लिखित एक अंग्रेजी फिल्म है उसमें छोटा सा किरदार निभाया जो दिल्ली university के students पर आधारित थी शाहरुख़ खान के in नाटको में किये गए कार्य को देख कर हेमा मालिनी ने उनको मुंबई से कॉल किया और कहा की मैं आपके साथ फिल्म करना चाहती हूँ लेकिन शाहरुख़ खान को यकीन नहीं हुआ और उनको लगा शायद कोई उनके साथ मजाक कर रहा है और फ़ोन रख दिया और इस पर कोई विचार विमर्श नहीं किया अब जब गौरी ने अपने परिवार को अपने प्यार के बारे में बताया तो उनके परिवार ने साफ़ मना कर दिया और भला कैसे कोई अपनी बेटी की शादी किसी बेरोजगार से कर दे जिसके पास न घर हो न माँ बाप हो। लेकिन गौरी और शाहरुख का प्यार इतना गहरा था की गौरी के परिवार को लगा की गौरी को दिल्ली से बाहर भेजना ही सही रहेगा। और गौरी के मम्मी पापा ने गौरी को मुंबई उनके मामा के घर पर भेज दिया। इधर शाहरुख़ खान का एक मात्र सहारा था ।अब वो भी नहीं रहा फिर उन्होंने फैसला किया कि वो एक साल के लिए मुंबई जायेंगे और वही से शुरू हुआ खान का बादशाह बादशाह बनने का सफ़र।
बॉलीवुड का बादशाह बनने का सफ़र
1991 में जब शाहरुख़ खान दिल्ली से मुंबई गए तो वहां वो गौरी को ढूंडने लगे, घर से जो 10,000 रुपये ले गए थे वो रुपये तो गौरी को ही ढूंडने में ही ख़त्म हो गए थे और उनके पास ट्रेन से घर वापस आने तक के पैसे नहीं बचे थे। हालत ऐसी हो गयी थी की सड़को पर सोना पड़ता था जेब में सिर्फ 20 रुपये बाकी रह गए थे जब उन्हें गुस्सा गुस्सा आया तो उनको खुद से कहा था की
“इस शहर ने मुझे इतना तंग कर दिया है, एक दिन में इस शहर का बादशा कहलाऊंगा”
फिर अपनी ज़िन्दगी गुजरने के लिए उनको अपना camera गिरी रखना पड़ा इसको हम एक इत्तेफाक ही कह सकते हैं कि शाहरुख़ खान के पास गौरी का ना को पता था न कोई नबर। मगर एक दिन अचानक बीच पर टहलते हुए उनकी मुलाकात गौरी से हो गयी वहां पर गौरी ने उनसे कहा की वे गौरी के मामा मामी से शादी के बारे में बात करें वो अच्छे हैं क्या पता मम्मी पापा को मना लें शाहरुख़ खान तब क्या कह सकते थे। जब उनके पास कुछ नहीं हो मगर अपने शाहरुख़ खान का यह डायलॉग तो सुना ही होगा कि
“जब आप किसी चीज को पुरे दिल से पाने की कोशिश करते हैं तो पूरी कायनात आपके साथ आपको उस चीज को दिलाने में लग जाती है”
और शाहरुख़ खान खुद इस कहावत का जीता जागता उदहारण हैं शाहरुख़ खान के T.V serial फौजी और सर्कस से उनको थोड़ी बहुत पहचान मिल चुकी थी फिर एक दिन वो बांद्रा में ब्रियानी खा रहे थे तभी उनके पास एक producer आये जिनका नाम था विवेक वासवानी। उन्होंने शाहरुख़ से पूछा की आप J.P. Sippy की फिल्म में काम करोगे ? जबकि J.P. Sippy शोले जैसी ब्लॉगबस्टर फ़िल्में बना चुके थे तो शाहरुख़ को बाकी क्या चाहिए था ।अगले दिन विवेक वासवानी शाहरुख़ खान को J.P. Sippy के Office ले गए और और J.P. Sippy साहब को शाहरुख़ खान पसंद आये और शाहरुख़ से कहा कि तुम एक दिन बहुत बड़े हीरो बनोगे। उस दिन शाहरुख़ ने 5 फ़िल्में sign कर दी और रिस्क उठाते हुए वो हेमा मालिनी जी के पास भी चले गए। और और वहां हेमा मालिनी ने उनके लिए कहा “I like your nose, it’s very aristocratic and you got into my film coz of that” और हेमा जी ने भी उनको अपनी फिल्म दिल आशना है के लिए cast कर दिया था। अब जब वो कहते हैं न “जब भगवान देता है तो छप्पर फाड़ के देता” है पर ये सब उनकी ढेर सारी uck ही था ।
अब हालत पूरी तरह से बदल चुके थे। और तीन महीने बाद ही हिन्दू रीति रिवाजो के अनुसार शाहरुख़ खान की शादी गौरी खान के साथ हो गयी और finally उनकी पहली फिल्म दीवाना 25 June 1992 को release हो गयी और बॉक्स ऑफिस पर super हिट रही। बाकायदा उनको उस फिल्म के लिए सर्वश्रेस्ठ नवोदित अभिनेता का Filmfare Awards भी दिया गया इस फिल्म से शाहरुख़ खान को bollywood में पहचान मिल गयी थी अब शाहरुख़ खान को कामयाबी और प्यार दोनों मिल गए थे और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। उनकी अपने प्रारंभिक सफ़र में उन्होंने उन्होंने डर (1993), बाज़ीगर (1993) और अंजाम (1994) जैसी प्रसिद्ध फिल्मो में खलनायक की का किरदार निभाया और बाद में उन्होंने रोमांटिक फिल्मो को करना भी शुरू किया जिनमे दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (1995), दिल तो पागल है (1997), कुछ-कुछ होता है (1998) और कभी ख़ुशी कभी गम (2001) भी शामिल है। बाद में उन्होंने देवदास (2002) में एक व्यसनी की और स्वदेश (2004) में एक नासा वैज्ञानिक, चक दे इंडिया (2007) में हॉकी प्रशिक्षक और माय नेम इस खान (2210) में एक अस्पेर्गेर सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति की भूमिका अदा की जिसको दर्शको द्वारा बहुत सराहा गया रा one ( 2011), जब तक है जान (2012), चेन्नई एक्सप्रेस (2013) में भी उन्होंने अपनी बहुत अच्छी भूमिका निभाई। भारतीय सिनेमा जगत में अपने इस महान योगदान के लिए इनको 2005 में पद्म श्री से भी नवाज़ा गया था ।
शाहरुख़ खान अवार्ड्स
2002 राजीव गाँधी अवार्ड्स
2005 पद्म श्री
अप्सरा फिल्म अवार्ड 7 bar नोमिनेट 5 बार जीते
2007 एशियन अवार्ड
फिल्म फेयर 18 बार नोमिनेट 9 बार जीते
IIFA award 7 बार जीते
स्क्रीन award 24 बार नोमिनेट 14 जीते
z cine award 23 बार नोमिनेट 10 बार जीते
इसके अलावा भी कई award हैं जो शाहरुख़ खान के नाम हो चुके हैं
शाहरुख़ खान विवाद | शाहरुख़ खान controversy
कोई भी बड़ा सितारा अगर छोटी सी बात कह दे तो वह एक दम से सुर्खियों में आ जाता है ऐसे ही किंग खान भी कई बार विवादों में घिरे
- शाहरुख़ खान ने एक राजनेता अमर सिंह के लिए कहा था कि मुझे आपकी आंखों में दरिंदगी नजर आती है। और यह कुछ दिनों तक विवाद ही बना रहा ।
- सलमान और आमिर के साथ भी शाहरुख़ का विवाद भी होता रहता है लेकिन जिस तरफ से वो अवार्ड फंक्शन में दिखाई देते हैं उसको देखते हुए लगता है की मीडिया कुछ ज्यादा बढ़ा चढ़ा कर बताता है जबकि तीनो खानों के बीच छोटे मोटे विवाद होते हैं बड़े नहीं ।
- वानखेड़े cricket stadium के एक कर्मचारी के साथ शाहरुख़ खान ने एक बार गाली गलौज कर दी थी जो बहुत बड़ा विवाद बना हालाँकि शाहरुख़ खान ने बाद में इसके लिए माफ़ी भी मांगी ।
- एक बार वे इसलिए भी सुर्खियों में आ गए थे जब उन्होंने फराह खान के पति शिरीष कुंदूर पर शाहरूख ने हाथ उठा दिया था।
तो आपको कैसे लगी शाहरुख़ खान की जीवनी कमेंट में जरूर बताएं दोस्तों और शेयर भी करें
वास्तविक नाम | शाहरुख खान |
उपनाम | एसआरके, किंग खान, किंग ऑफ़ रोमांस, बादाशाह |
व्यवसाय | अभिनेता, निर्माता, उद्यमी |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई | से० मी०- 173 मी०- 1.73 फीट इन्च- 5’ 8” |
वजन/भार (लगभग) | 75 कि० ग्रा० |
शारीरिक संरचना (लगभग) | -छाती: 42 इंच -कमर: 34 इंच -Biceps: 13 इंच |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 2 नवंबर 1965 |
आयु (2017 के अनुसार) | 52 वर्ष |
जन्मस्थान | नई दिल्ली, भारत |
राशि | वृश्चिक |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | नई दिल्ली, भारत |
स्कूल/विद्यालय | सेंट कोल्बा स्कूल, दिल्ली |
महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली |
शैक्षिक योग्यता | अर्थशास्त्र में स्नातक मास कम्युनिकेशंस में परास्नातक |
डेब्यू | फिल्म (अभिनेता) : दीवाना (1992) टीवी (कलाकार) : फ़ौजी (1989 |
धर्म | इस्लाम |
खाद्य आदत | मासांहारी |
पता | मन्नत, बैंडस्टैंड, बांद्रा (पश्चिम), मुंबई, महाराष्ट्र - 400050, भार |
शौक/अभिरुचि | वीडियो गेम खेलना, गैज़ेट एकत्रित करना और क्रिकेट खेलना |
पुरस्कार/सम्मान | फिल्मफेयर पुरस्कार • वर्ष 1993 में, उन्हें फिल्म दीवाना के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 1994 में, उन्हें फिल्म बाजीगर के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 1995 में, उन्हें फिल्म आलोचकों द्वारा फिल्म कभी हाँ कभी ना के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार और फिल्म अंजाम के लिए सर्वश्रेष्ठ खलनायक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 1996 में, उन्हें फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 1998 में, उन्हें फिल्म दिल तो पागल है के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 1999 में, उन्हें फिल्म कुछ कुछ होता है के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2002 में, उन्हें विशेष पुरस्कार स्विस दूतावास ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2003 में, उन्हें फिल्म देवदास के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2005 में, उन्हें फिल्म स्वदेश के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2008 में, उन्हें फिल्म चक दे इंडिया के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2011 में, उन्हें फिल्म My Name Is Khan के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राजकीय पुरस्कार • वर्ष 2005 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2013 में, उन्हें दक्षिण कोरिया सरकार द्वारा सद्भावना राजदूत सम्मान से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2014 में, उन्हें फ्रांसीसी सरकार द्वारा Légion d'honneur सम्मान से सम्मानित किया गया। अन्य पुरस्कार • वर्ष 2007 में, उन्हें NDTV Indian पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2011 में, उन्हें युनेस्को (UNESCO) द्वारा Pyramide con Marni पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नोट: इसके अलावा उनके पास कई पुरस्कार, सम्मान और उपलब्धियां हैं। |
विवाद | • वर्ष 2008 में, शाहरुख़ कैटरीना कैफ के जन्मदिन समारोह के दौरान सलमान खान से भिड़ने पर विवादों में रहे। • वर्ष 2012 में, उन्होंने एक पार्टी में शिरीष कुंदर (फराह खान के पति) को थप्पड़ मारा जिसके कारण वह विवादों में रहे। • वर्ष 2012 में आईपीएल मैच के दौरान वानखेड़े स्टेडियम में मैदान पर जाने को लेकर शाहरुख खान की सुरक्षाकर्मियों के साथ बहस हो गई थी। जिसके चलते एक स्थानीय कार्यकर्ता ने अदालत में शिकायत दर्ज़ करवाई कि शाहरुख ने आईपीएल मैच के दौरान सुरक्षाकर्मियों के साथ शराब पी कर गाली-गलौज की। जिसके बाद मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने शाहरुख खान पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था। • वर्ष 2013 में, शाहरुख़ तब विवादों में आए जब महाराष्ट्र के रेडियोलॉजिस्ट एसोसिएशन ने उन पर तीसरे बेटे अब्राम के जन्म के दौरान लिंग जाँच परीक्षण करवाने का आरोप लगाया, जिसे भारत सरकार द्वारा प्रतिबंधित किया गया है। हालांकि, बीएमसी द्वारा उन्हें क्लीन चिट दे दी गई। • वर्ष 2012 में, आईपीएल मैच के दौरान राजस्थान में सार्वजनिक रूप से धूम्रपान करने के लिए शाहरुख़ विवादों में रहे |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
गर्लफ्रेंड व अन्य मामले | गौरी छिब्बर |
विवाह तिथि | 25 अक्टूबर 1991 |
परिवार | |
पत्नी | गौरी खान (भारतीय फिल्म निर्माता और इंटीरियर डिजाइनर |
बच्चे | बेटा - आर्यन खान और अबराम खान बेटी - सुहाना खा |
माता-पिता | पिता - ताज मोहम्मद खान (व्यवसायी) माता - लतीफ़ फ़ातिमा (मजिस्ट्रेट, सामाजिक कार्यकर्ता |
भाई-बहन | भाई- कोई नहीं बहन - शहनाज लाला रुख खान (बड़ी |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा भोजन | तंदूरी चिकन, चाईनीज व्यंजन |
पसंदीदा पेय पदार्थ | पेप्सी और कॉफी |
पसंदीदा अभिनेता | दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन |
पसंदीदा अभिनेत्रियां | मुमताज, सायरा बानो |
पसंदीदा टीवी शो | Narcos |
पसंदीदा रंग | नीला, काला और श्वेत |
पसंदीदा वाक्यांश | 'Let's do it' |
पसंदीदा स्थान | लंदन और दुबई |
पसंदीदा इत्र | Diptyque, Armani, Tuscany and Azzaro |
पसंदीदा किताब | The Hitch-Hiker's Guid to The Galaxy (Author Douglas) |
पसंदीदा कार | बीएमडब्ल्यू |
पसंदीदा पहनावा | जींस, टी-शर्ट और जैकेट |
पसंदीदा पुरुष सह-अभिनेता | संजय दत्त, अनिल कपूर, जैकी श्रॉफ |
पसंदीदा महिला सह-अभिनेत्रियां | जूही चावला, काजोल, माधुरी दीक्षित |
पसंदीदा फिल्म निर्देशक | मनमोहन देसाई |
पसंदीदा संगीत निर्देशक | ए. आर. रहमान |
पसंदीदा खेल | हॉकी, फुटबॉल और क्रिकेट |
पसंदीदा फुटबॉल खिलाड़ी | Socrates, Pele, Maradona and Mattheus |
पसंदीदा फैशन डिजाइनर | Dolce & Gabbana |
पसंदीदा ऐतिहासिक व्यक्ति | चंगेज खान, हिटलर, नेपोलियन |
पसंदीदा विषय | अंग्रेजी (विशेष रूप से शेक्सपियर) |
पसंदीदा चाट मसाला | लाल मिर्च |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | ऑडी ए 6 लक्जरी सैलून, बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी, बीएमडब्ल्यू 6 सीरीज़ बीएमडब्लू 7 सीरीज, बीएमडब्लू i8 बुगाटी वेरॉन, मित्सुबिशी पजेरो एसएफ़एक्स, रोल्स रॉयस फैंटम ड्रॉपहेड कूप, टोयोटा लैंड क्रूजर प्राडो |
वेतन (लगभग) | ₹45 करोड़ / फ़िल्म |
संपत्ति (लगभग) | ₹3780 करोड़ $600 मिलियन (लगभग) |
Massage (संदेश) : आशा है की "बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान का जीवन परिचय | The Lifestyle and Biography of Shahrukh khan" आपको पसंद आयी होगी। कृपया अपने बहुमूल्य सुझाव देकर हमें यह बताने का कष्ट करें कि Motivational Thoughts को और भी ज्यादा बेहतर कैसे बनाया जा सकता है? आपके सुझाव इस वेबसाईट को और भी अधिक उद्देश्यपूर्ण और सफल बनाने में सहायक होंगे। आप अपने सुझाव निचे कमेंट या हमें मेल कर सकते है!
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