सुबह उठने की आदत डालने के लिए जो पहली बात याद रखने वाली है, वो यह है कि यह मायने नहीं रखता कि आप कितने घंटे सोते हैं बल्कि यह मायने रखता है कि आपकी नींद कितनी गहरी है. बिना किसी बाधा के छह घंटे सोना आपके लिए लाभकारी है बजाय इसके कि आप दस घंटे सोयें लेकिन बीच-बीच में आपकी नींद खुलती रहे. यहां कुछ टिप्स दिये गये हैं जो आपको गहरी नींद लेने में मदद करेंगें:
अगर आप सुबह जल्दी उठ रहे हैं तो आप अपने आप को एक उपहार दे रहे हैं. कुछ विषय ऐसे होते हैं जो आपके जीवन को बदल देते हैं और उन्हीं में से एक है जल्दी उठने की आदत. सुबह के शुरुआती कुछ घंटों की बात ही कुछ अलग होती है. ऐसा लगता है जैसे समय धीमे-धीमे चल रहा हो और हवा में एक अलग ही सुकून भर जाता है. 5 बजे उठने की आदत आपको आपका दिन नियंत्रित करने की अनुमति देगी बजाय इसके कि देर से उठने पर आपका दिन आपको नियंत्रित करे. बिस्तर छोड़ने की लड़ाई जीतने के बाद और सुबह उठने पर कम से कम पहला एक घंटा आपके दिन की शुरुआत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. अगर इसे समझदारी से बिताया जाय तो बाकी का आपका दिन अद्भुत तरीके से कटेगा.
‘इन द मोंक हू सोल्ड हीज फेरारी’, में मैंने अपने पाठकों को सूर्योदय के साथ उठने की एक चुनौती दी थी और उन्हें कई सलाह भी दी थी ताकि वो अपने जीवन की शुरुआत अनुशासित तरीके से कर सकें. मुझे कई लोगों का पत्र, ई-मेल और फैक्स मिला जिसमें उन्होंने लिखा कि सुबह 5 बजे उठने से किस तरह उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ. मैं यह पूरे तौर पर कह सकता हूं कि यह एक सफल सिद्धांत है जो वाकई में आपके जीवन को एकीकृत करने के लायक है. ऐसा करने से आप कई प्रभावशाली लोगों की श्रेणी में शामिल हो जायेंगें जैसे कि महात्मा गांधी, थॉमस एडीसन, नेल्सन मंडेला, टेड टर्नर और मेरी के ऐश.
मेरी एक पाठक जो एक मार्केटिंग एक्जक्यूटिव है, उसने लिखा है कि सुबह उठने से उसका तनाव काफी कम हुआ है और इसका असर उसके काम पर भी हुआ है. इस कारण उसकी टीम ने उसे एक शिलालेख दिया है जिसपर यह लिखा है, “हमारी सबसे बेहतर कार्यकर्ता. आप जो भी कर रही हैं, उसे करते रहिए. आप हम सबों के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं.” देर से उठने वाली इस लड़की ने कसम खाई कि अब वो सोयेगी नहीं और वह उस समय का इस्तेमाल करेगी. इसलिये जब उसका परिवार और उसके आस-पास की दुनिया सोती थी तब उसने सुबह 6 बजे उठना शुरु किया और फिर 5:30. आखिरकार वह सुबह 5 बजे उठने लगी. अपने खाली वक्त में उसने महसूस किया कि वो पहले बहुत सारी ऐसी चीजें नहीं कर पाती थी जिसे करना उसे पसंद था क्योंकि ऐसा करने के लिये उसके पास वक्त नहीं होता था. ध्यानमग्न होकर शास्त्रीय संगीत सुनना, पत्र लिखना, क्लासिक्स पढ़ना या टहलना जैसी चीजों ने उसकी आत्मा को जागृत किया और उसे वापस से खुद से जुड़ने में मदद की जिसे उसने बहुत पहले खो दिया था. सुबह उठने पर उसने फिर से अपना ध्यान रखना शुरु कर दिया. और ऐसा करने पर वह एक अच्छी मां, पत्नी और कार्यकर्ता बन पाई.
जब आप बिस्तर में सोने की कोशिश कर रहे हों तो पूरे दिन की घटनाओं को याद करने की कोशिश ना करें.
शाम में 8 बजे के बाद ना खायें (अगर आपने कुछ खा लिया हो तो केवल सूप लें).
सोने जाने से पहले न्यूज ना देखें.
बिस्तर में लेटकर ना पढ़ें.
Massage (संदेश) : आशा है की "सफल होना है तो, सुबह जल्दी उठना होगा |" आपको पसंद आयी होगी। कृपया अपने बहुमूल्य सुझाव देकर हमें यह बताने का कष्ट करें कि Motivational Thoughts को और भी ज्यादा बेहतर कैसे बनाया जा सकता है? आपके सुझाव इस वेबसाईट को और भी अधिक उद्देश्यपूर्ण और सफल बनाने में सहायक होंगे। आप अपने सुझाव निचे कमेंट या हमें मेल कर सकते है!
Mail us : jivansutraa@gmail.com
दोस्तों अगर आपको हमारा post पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ share करे और उनकी सहायता करे. आप हमसे Facebook Page से भी जुड़ सकते है Daily updates के लिए.
इसे भी पढ़े :
- Pen Drive क्या है और कैसे काम करता है? What is Pen Drive and How its Works
- Input Device क्या है और इसके प्रकार | What is Input Device and its Types
- यूँ ही नहीं होती हैं ज़िन्दगी में तब्दीलियाँ, रोशन होने के लिए मोम को भी पिघलना पड़ता हैं !!
- Output Device क्या है और इसके प्रकार | What is Output Device and its TypesOutput Device क्या है और इसके प्रकार | What is Output Device and its Types
- Linux क्या है, इसका इतिहास और फायदे | What is Linux and What its History and Benefits